नई दिल्ली। एक दौर था जब मुद्दे की राजनीति की जाती थी, लेकिन आज राजनीति के लिए मुद्दे बनाए जा रहे हैं। हाल ही में संसद से पास हुए कृषि विधेयकों को लेकर इस समय विपक्ष यही कर रहा है। कृषि विधेयक का विरोध करने की कोई वाजिब वजह नहीं है फिर भी विरोध जारी है। खैर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों को उन्हीं की भाषा में जवाब दिया है। पीएम मोदी ने आज उत्तराखंड में ‘नमामि गंगे मिशन’ के तहत छह मेगा परियोजनाओं का वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन से हर घर को शुद्ध जल मिलेगा। गंगा हमारी विरासत की पहचान है, गंगा से ही देश की आधी आबादी समृद्ध होती है। गंगा की सफाई को लेकर पहले भी कई बड़े अभियान चलाए गए। लेकिन इन अभियानों में जनभागीदारी नहीं थी।
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि बिल के विरोध में प्रदर्शन करने वाले दलों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार आज जब किसानों को उनके अधिकार दे रही है, तो भी कुछ लोगों को दिक्कत हो रही है। ऐसे लोग की मंशा है कि देश का किसान खुले बाजार में अपनी उपज नहीं बेच सके। किसान जिन सामानों की, उपकरणों की पूजा करता है, उन्हें आग लगाकर ये प्रदर्शनकारी देश के किसानों को अपमानित कर रहे हैं। उन्होंने विपक्षी दलों पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिनकी काली कमाई का जरिया बंद हो रहा वे किसानों को गुमराह करने में लगे हुए हैं।
उन्हाेंने कहा कि हर अच्छी चीज का विरोध करना विपक्ष का काम हो गया है। इन लोगों ने जीएसटी, वन नेशन वन कार्ड सहित सभी चीजों का विरोध किया। नए कृषि विधेयक से देश के किसानों, श्रमिकों और स्वास्थ्य सुविधाओं से जुड़े बड़े सुधार किए गए हैं। इन सुधारों से देश का श्रमिक सशक्त होगा, नौजवान सशक्त होगा, महिलाएं सशक्त होंगी, किसान सशक्त होगा। लेकिन आज पूरा देश देख रहा है कि कुछ लोग कैसे सिर्फ विरोध के लिए विरोध कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि आज पैसा पानी में नहीं बहता बल्कि पानी पर खर्च किया जा रहा है। पहले हालत यह थी कि पानी जैसा महत्वपूर्ण विषय भी अनेकों मंत्रालयों और विभागों में बंटा हुआ था। हैरत की बात यह थी कि इन मंत्रालयों में, विभागों में न तो कोई तालमेल था और न ही समान लक्ष्य हासिल करने के लिए कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश था। अब ये मंत्रालय पानी से जुड़ी चुनौतियों से निपटने के साथ ही देश के हर घर तक स्वच्छ जल पहुंचाने के मिशन में जुटा है। इसी के तहत आज जल जीवन मिशन के तहत रोजाना करीब 1 लाख परिवारों को शुद्ध पेयजल की सुविधा से जोड़ा जा रहा है।
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