MP Board Exam 2025: मध्य प्रदेश में 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं जारी है। 12वीं क्लास की परीक्षाएं 25 फरवरी से 25 मार्च तक तो 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं 27 फरवरी से 19 मार्च 2025 तक होगी। इस बीच पेपर लीक का झूठा दावा करके छात्रों से ठगी की कोशिश की जा रही है।
ये कोशिशें टेलीग्राम के जरिए हो रही है, जिस पर एमपी पुलिस भी पूरी नजर रखे हुए है। रविवार को पुलिस ने 10वीं-12वीं बोर्ड (MP Board Exam 2025) के प्रश्न पत्र के नाम पर ठगी के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।
500 से 1000 हजार में बेच रहा था पेपर
टेलीग्राम ग्रुप पर सैंपल पेपर बेचने वाले आरोपी को पुलिस ने छिंदवाड़ा से गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने @mpboardofficialyt और @mpboardofficialls नाम से टेलीग्राम पर ग्रुप बनाए और माध्यमिक शिक्षा मंडल के लोगो (मोनो) का उपयोग कर बच्चों को 10वीं और 12वीं के पेपर देने का झांसा देता था।
आरोपी छात्रों से मैसेज के जरिए ये कहता था कि, आपको पेपर शुरू होने से पहले ही पेपर दे दिया जाएगा। छात्र इससे गुमराह हो जाते थे और पेपर के लिए लेता था 500 से 1 हजार रूपए आरोपी को क्यूआर कोड के जरिए भेज देते थे।
अब तक दो आरोपी गिरफ्तार
इस पूरे मामले में अब तक दो आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। आरोप टेलीग्राम पर बच्चों को झांसा देने के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल के लोगो का इस्तेमाल करता थे। फिलहाल पुलिस ने चार ग्रुपों पर कार्रवाई की है और दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। 20-वर्षीय आरोपी का नाम दीपांशु कोरी बताया जा रहा है, जो छिंदवाड़ा का रहने वाला बताया जा रहा है। इससे पहले भिंड से एक 20-वर्षीय आरोपी शिवम यादव को भी गिरफ्तार किया था।
आरोपी ने अब तक की 2 लाख रुपए की ठगी
पूछताछ में आरोपी ने पुलिस से बताया है कि वह 12वीं पास करने के बाद नीट की तैयारी कर रहा था, लेकिन पैसों की जरूरत के चलते उसने टेलीग्राम और यूट्यूब पर पेपर लीक के जरिए नकल का तरीका सीखा।
आरोपियों ने टेलीग्राम पर @mpboardofficialyt और @mpboardofficialls नाम से ग्रुप बनाकर छात्रों से धोखाधड़ी शुरू कर दी। छात्रों को विश्वास दिलाने के लिए उन्होंने ग्रुप पर माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिम) का लोगो लगाया और सैंपल पेपर दिखाकर उनसे पैसे वसूले। अब तक की जांच में पता चला है कि करीब 150 छात्रों के साथ धोखाधड़ी की गई है।
अभिभावकों और छात्रों से सतर्क रहने की अपील
साइबर क्राइम ब्रांच ने अभिभावकों और छात्रों से सतर्क रहने की अपील की है। ऐसी घटनाओं की सूचना साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर 9479990636 या राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दें। साइबर अपराध अधिकारियों का कहना है कि टेलीग्राम ग्रुप से जुड़कर पेपर खरीदने से न केवल परीक्षा में असफल होने का खतरा बढ़ सकता है, बल्कि छात्रों का करियर भी दांव पर लग सकता है।
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