स्टेट बैंक की चेतावनी: अगर की यह पांच गलतियां तो मिनटो में खाली हो जाएगा आपका अकाउंट - Newztezz

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Friday, October 16, 2020

स्टेट बैंक की चेतावनी: अगर की यह पांच गलतियां तो मिनटो में खाली हो जाएगा आपका अकाउंट


नई दिल्ली।
 देश में जैसे-जैसे इंटरनेट बैंकिंग का क्रेज बढ़ रहा है,वैसे-वैसे बैंकिंग फ्राड (banking fraud) की घटनाओं में ही इजाफा हो रहा है। इन्हीं घटनाओं को देखते हुए देश की सबसे बड़ी सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (State Bank of India,) ने अपने ग्राहकों के लिए अलर्ट जारी किया है। स्टेट बैंक के मुताबिक फ्राड सिर्फ ऑनलाइन ट्रांजेक्शन (online transactions) से नहीं होता,बल्कि एटीएम से भी होता है। ऐसे में बैंक ने अपने ग्राहकों को साइबर अपराधियों से सतर्क रहने की सलाह दी है। इसके लिए बैंक से पांच टिप्स बताये हैं,जिनका पालन करके कोई भी बैंकिंग फ्राड (banking fraud) से अपने आपको बचा सकता है।

OTP, PIN, CVV, UPI पिन न किसी से न शेयर करें

स्टेट बैंक का कहना है कि साइबर क्राइम से बचने के लिए सबसे पहले यह ध्यान रखना जरूरी है कि कभी किसी से भी अपना OTP (वन टाइम पासवर्ड), पिन नंबर, डेबिट या क्रेडिट कार्ड का CVV नंबर नम शेयर करें। बैंक के मुताबिक ज्यादातर फ्रॉड इसी तरीके से किये जाते। कई बार ऐसा भी होता है कि साइबर अपराधी खाताधारक को फोन कर उससे उसके बैंक का नाम लेकर उसका कार्ड ब्लाक करने की झूठी चेतावनी देता है और खाताधारक से उसके कार्ड का पासवर्ड बदलने के लिए ओटीपी या फिर बैंक के पीछे लिखा CVV नंबर मांगते हैं। बैंक का कहना है ऐसे फ्राड से सावधान रहना चाहिए।

ATM कार्ड या कार्ड डिटेल्स न बताये

अपना एटीएम कार्ड खुद ही इस्तेमाल करना चाहिए। किसी और को न तो कार्ड इस्तेमाल करने के लिए दीजिये और न ही कार्ड की डिटेल किसी से शेयर कीजिये। स्टेट बैंक के मुताबिक ऐसा करने से आपके कार्ड की जानकारी लीक ही जाएगी और आप बैंकिंग फ्राड का शिकार हो सकते हैं।

फोन में न सेव करे बैंक अकाउंट की जानकारी

कभी भी फोन में अपने बैंक अकाउंट की जानकारी नहीं सेव करनी चाहिए। बैंक ने कहा बहुत से लोग अपने फोन में अपना अकाउंट नबंर, पासवर्ड, एटीएम कार्ड नंबर सेव कर लेते हैं या फिर उसकी फोटो खींच कर रख लेते हैं। ऐसे में अकाउंट की जानकारी लीक होने का खतरा रहता है।

पब्लिक इंटरनेट से न करें ऑनलाइन ट्रांजेक्शन

स्टेट बैंक का कहना है कि पब्लिक डिवाइस, ओपन नेटवर्क और फ्री वाई-फाई जोन से ऑनलाइन ट्रांजैक्शन (online transactions) करने से बचना चाहिए। ऐसा करने से ग्राहक की बैंक से संबधित निजी जानकारी लीक हो सकती है और बैंक ग्राहक साइबर क्राइम का शिकार हो सकते हैं।

बैंक कभी नहीं मांगता ये जानकारी

बैंक का कहना है कि कभी भी बैंक उपभोक्ता से फोन कर उसकी यूजर आईडी, पिन,पासवर्ड CVV, OTP, VPA (UPI) जैसी जानकारी नहीं मांगता। न है वह झूठे इनाम आदि से संबंधित मैसेज भेजता है। इसलिए बैंक उपभोक्ता ऑन लाइन ट्रांजेक्शन (online transactions) करते समय इस बात का ख्याल रखें की वह उक्त जानकारी किसी से भी न शेयर करें।

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