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Wednesday, October 7, 2020

एनालिसिस: एनसीबी की रडार अरबों का ड्रग कारोबार और 20 लाख नशेड़ी, जल्द हो होगा बड़ा एक्शन, शाह से मिली इजाजत


नई दिल्ली। एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद फिल्म इंडस्ट्री में ड्रग की जांच कर रही एनसीबी के अब तक के एनालिसिस के मुताबिक देश में अरबों का नशे का कारोबार चला रहा है, जिनके तार विदेशों से जुड़े हैं। देश में बीस लाख से अधिक लोग इस नशे का शिकार हैं। माना जा रहा हैं कि एनसीबी चीफ राकेश अस्थाना (NCB Chief Rakesh Asthana ) के नेतृत्त्व में जल्द ही इस नशे का ड्रग सिंडिकेट (Drug Syndicate) पर कार्रवाई की जा सकती है, इसके लिए एनसीबी को गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) की इजाजत मिल गयी है। अगर एनसीबी इस ड्रग सिंडिकेट (Drug Syndicate) पर कार्रवाई करती है, बहुत हद तक उम्मीद हैं कि इसमें बड़े लोग भी फंस सकते हैं। एनसीबी चीफ राकेश अस्थाना इसके पहले जब सीबीआई में थे तब इन्होंने वीवीआईपी चॉपर केस, चारा घोटाला, विजय माल्या बैंक घोटाला जैसे हाई प्रोफाइल केसों की जांच कर चुके हैं । हालांकि इस मामले में एनसीबी चीफ राकेश अस्थाना की प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी।

देश से नशे का सफाया करने के लिए मैदान में उतरी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने देश के कोने-कोने में फैले नशे का कारोबार का जब विश्लेष्ण किया तो उसे एहसास हुआ की यह नशा सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री को नहीं नुकसान पहुंचा रहा है,बल्कि देश के अन्य हिस्सों में भी घुन की तरह लग गया है। एनसीबी के एनालिसिस के मुताबिक देश में करीब 142 ड्रग सिंडिकेट (Drug Syndicate) ,एक लाख 40 करोड़ का हिरोइन का कारोबार (Heroine Business) और 20 लाख ऐसे लोग जो नशे के आदी हैं, इस समय एनसीबी की रडार पर हैं। इधर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद हिंदी सिनेमा में नशे के कारोबार की जांच एनसीबी कर रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ कन्नड़ फिम इंडस्ट्री में भी नशे की पड़ताल हो रही है और इस केस में कई कन्नड़ अभिनेत्रियों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है।

विदेशों से मिलती हैं मदद 

एनसीबी के एनालिसिस के मुताबिक, यह सिंडिकेट अरबों के इस कारोबार में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और इनके लिंक पश्चमी यूरोप, कनाडा, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, साउथ अमेरिकी देशों, पश्चिमी एशिया से हैं। NCB का अनुमान है कि हर रोज करीब 360 मीट्रिक टन रिटेल क्वॉलिटी हेरोइन और 36 मीट्रिक टन होलसेल क्वालिटी हेरोइन, जोकि अधिक शुद्ध मानी जाती हैं को देश के अलग-अलग शहरों में बेचा जाता है और लगभग 20 लाख लोग 1,000 किलो हाई क्वालिटी हेरोइन के नशे की गिरफ्त में हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी ने हाल ही में इन तथ्यों को गृहमंत्री अमित शाह के साथ साझा किया है। बताया जा रहा है कि गृहमंत्री ने सिंडिकेट्स पर कार्रवाई का आदेश दिया है।

एनसीबी चीफ ने कसी कमर 

गृह मंत्री से आदेश मिलने बाद अब एनसीबी चीफ राकेश अस्थाना ने बड़े ड्रग सिंडिकेट (Drug Syndicate) को नेस्तनाबूद करने की कमर कस ली है। जल्द ही बड़ी कार्रवाई होने की संभावना है। इस सबकी जानकारी देने वाले एक अधिकारी के मुताबिक इनमें से 25 पंजाब, हिमचाल प्रदेश और हरियाणा के कुछ हिस्सों से अपना काम कर रहे हैं। केवल राजस्थान में 9 हैं, जबकि महाराष्ट्र और गोवा में संयुक्त रूप से इतने सिंडिकेट हैं। उन्होंने बताया कि कुछ सिंडिकेट तो ऐसे हैं जिन्हें पाकिस्तान,तालिबान और अफगानिस्तान की मदद मिलती है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से भीं इनके लिंक हैं। ये इनके जरिए ही हेरोइन की खरीद-फरोख्त करते हैं। वहीं कुछ ऐसे ड्रग सिंडिकेट (Drug Syndicate) हैं जो कोलंबिया के ड्रग तस्करों के साथ मिलकर इस नशे के कारोबार को कर रहे हैं और यूरोप, कनाडा और मेक्सिको में मौजूद अपने सहयोगियों के जरिए कोकीन सप्लाई कर रहे हैं।

कतर से जुड़े हैं तार 

भारत में हिरोइन की सबसे अधिक तस्करी भारत-पाकिस्तान सीमा, पंजाब और जम्मू कश्मीर से होती है। यहीं से इसे देश के अन्य राज्यों में भेजा जाता है। एनसीबी की पड़ताल में जो बात समने आई है उसके मुताबिक, केरल, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में करीब 10 बड़े ड्रग कारोबार हैं। कतर का एक सिंडिकेट देश के कासरगोड, कन्नूर (केरल), कोडगू, मंगलुरु (कर्नाटक), हैदराबाद, बेंगलुरु, मुंबई, गोवा, चेन्नई और दिल्ली में मौजूद तस्करों को कोकीन, हेरोइन उपलब्ध कराता है। बता दें कि एनसीबी ने कतर नेटवर्क से जुड़े लगभग 14 मामले दर्ज किए हैं।एनसीबी के मुताबिक पजाब इस ड्रग तस्करी का प्रमुख केंद्र है, जहां से पिछले साल 15,449 पर गिरफ्तारी की कार्रवाई की गयी थी। वहीं देश भर से कुल 74,620 लोगों को नारकोटिक्स ड्रग्स और साइकोट्रोपिक सब्सटेंसेज (NDPC) ऐक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था।

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