आंध्र प्रदेश में एनटीआर जिला पुलिस ने बाल तस्करी के एक रैकेट का भंडाफोड़ किया है और मास्टरमाइंड समेत पांच महिलाओं को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने तीन बच्चों को भी बचाया है, जिन्हें लाखों रुपये में निःसंतान दंपतियों को बेचा जा रहा था।
पुलिस आयुक्त एसवी राजशेखर बाबू ने बताया कि विजयवाड़ा की 31 वर्षीय महिला बगलाम सरोजिनी तस्करी गिरोह की मास्टरमाइंड है। उन्होंने बताया कि वह निःसंतान दंपतियों को निशाना बनाती थी और दिल्ली और अहमदाबाद से बच्चों को खरीदकर उन्हें लाखों रुपये में बेचती थी।
बचाए गए बच्चों में एक साल का लड़का, दो साल की लड़की और तीन साल का लड़का शामिल है। गिरफ्तार आरोपियों में सरोजिनी,
शेख फरीना (26), शेख सैदाबी (33), कोवरापु करुणा श्री (25) और पेडला शिरीषा (26) शामिल हैं।
सरोजिनी ने पिछले छह महीनों में सात बच्चों को बेचा था और जब वह पकड़ी गई तो उसके पास चार और बच्चे बेचने के लिए तैयार थे। आरोपी दम्पतियों को यह विश्वास दिलाने के लिए फर्जी दस्तावेजों और प्रमाण पत्रों का इस्तेमाल करते थे कि बच्चे अनाथ हैं।
पुलिस ने किशोर न्याय अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है और मामले की आगे की जांच कर रही है। आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पुलिस ने लोगों से बाल तस्करी के बारे में कोई भी जानकारी देने की अपील की है। अधिकारियों ने यह भी आश्वासन दिया है कि बचाए गए बच्चों को उचित देखभाल और पुनर्वास प्रदान किया जाएगा।
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