Ujjain New Airport: उज्जैन में 750 करोड़ में बनेगा नया एयरपोर्ट, केंद्रीय उड्डयन मंत्री राम नायडू का ऐलान - Newztezz

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Wednesday, February 26, 2025

Ujjain New Airport: उज्जैन में 750 करोड़ में बनेगा नया एयरपोर्ट, केंद्रीय उड्डयन मंत्री राम नायडू का ऐलान

 


Ujjain New Airport: मध्यप्रदेश सरकार ने महाकाल की नगरी उज्जैन में एक नए एयरपोर्ट के निर्माण की घोषणा की है। इसकी जानकारी केंद्रीय उड्डयन मंत्री के. राम मोहन नायडू ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) 2025 के दौरान दी। इसके साथ ही, प्रदेश में विमानन सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए 5 एमओयू (समझौता ज्ञापन) पर हस्ताक्षर किए गए।

उज्जैन एयरपोर्ट पर 750 करोड़ रुपये का निवेश

उज्जैन में नए एयरपोर्ट के विकास के लिए फ्लाई भारती कंपनी के साथ एमओयू किया गया है। इस परियोजना में 750 करोड़ रुपये का निवेश होगा। इसके अलावा, प्रधान एयर कंपनी ने उज्जैन और राज्य के भीतर हवाई सेवाएं शुरू करने के लिए 150 करोड़ रुपये निवेश की योजना बनाई है।

इंदौर से अबुधाबी और बैंकॉक सहित 5 नई उड़ानें

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में एयर इंडिया एक्सप्रेस के साथ हुए समझौते के तहत इंदौर से अबुधाबी और बैंकॉक के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू की जाएंगी। इसके अलावा, इंदौर से पटना, कोच्चि और वाराणसी के लिए घरेलू उड़ानें भी शुरू होंगी।

मध्यप्रदेश में 5 एविएशन एकेडमी की स्थापना

फ्रेंकफिन कंपनी ने मध्यप्रदेश में 5 एविएशन ट्रेनिंग एकेडमी स्थापित करने का फैसला किया है। इन एकेडमी से 6 से 7 हजार युवाओं को रोजगार मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा, भोपाल में एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस, रिपेयर और ऑपरेशन (एमआरओ) हब स्थापित किया जाएगा, जिसमें 500 करोड़ रुपये का निवेश होगा और 1000 लोगों को रोजगार मिलेगा।

मध्यप्रदेश में हर 50 किमी पर हेलिपैड की योजना

केंद्रीय उड्डयन मंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में हर 100 किलोमीटर पर हवाई पट्टी और हर 150 किलोमीटर पर कमर्शियल एयरपोर्ट बनाने की योजना है। इसके अलावा, हर 50 किलोमीटर पर हेलिपैड बनाकर एयर कनेक्टिविटी को मजबूत किया जाएगा।

जीआई टैग प्रोडक्ट्स ने आकर्षित किया निवेशकों का ध्यान

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में मध्यप्रदेश के 19 जीआई टैग प्रोडक्ट्स ने निवेशकों का ध्यान खींचा। इनमें चंदेरी साड़ी, बाग प्रिंट, नागपुरी संतरा, रतलामी सेंव, कड़कनाथ मुर्गा, महेश्वरी साड़ी, और गोंड पेंटिंग जैसे उत्पाद शामिल हैं। ओडीओपी (वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट) योजना के तहत इन उत्पादों को विशेष पहचान मिली है।

प्रदर्शनी में दिखी विविधता

समिट में मध्यप्रदेश के 52 जिलों के स्टॉल लगाए गए थे। सीहोर के शरबती गेहूं, रायसेन के बासमती चावल, और रतलाम के सेंव जैसे उत्पादों ने उद्यमियों की दिलचस्पी जगाई। ग्वालियर के सैंड स्टोन, बुरहानपुर के केले के उत्पाद, और शिवपुरी की जैकेट्स ने भी खासा आकर्षण पैदा किया।

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