PM Vishwakarma Yojana: कारीगरों के लिए तोहफा है ये स्कीम, मिलेंगे हर दिन 500 रुपये, ऐसे करें अप्लाई - Newztezz

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Thursday, February 20, 2025

PM Vishwakarma Yojana: कारीगरों के लिए तोहफा है ये स्कीम, मिलेंगे हर दिन 500 रुपये, ऐसे करें अप्लाई

 


PM Vishwakarma Yojana 2025 Benefits: हर एक वर्ग और व्यवसाय से जुड़े लोगो के लिए बहुत-सी सरकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं,जिसका कई लोग फायदा उठा रहें हैं,ऐसे ही एक योजना है,जिसका नाम है पीएम विश्वकर्मा योजना।जो कि केंद सरकार द्वारा कारगीरों को प्रोत्साहित करने के लिए बनाई गई हैं । इस योजना का लाभ 18 पारंपरिक व्यापारों से जुड़े लोगों को दिया जाता है।तो आइये जानते है इस योजना के बारें में विस्तार से ..

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना जिसे वर्ष 2023 में केंद्र सरकार ने शुरू किया था। इस योजना का लाभ 18 पारंपरिक व्यापारों से जुड़े लोगों को दिया जाता है।

पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक सहायता

सरकार की प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत देश के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक सहायता, ट्रेनिंग और सस्ती ब्याज दर पर लोन देने की सुविधा दी जा रही है। इस योजना का उद्देश्य छोटे कारीगरों को सशक्त बनाना और उनके व्यवसाय को बढ़ावा देना है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें।

कौन-कौन ले सकता है इस योजना का लाभ?

पीएम विश्वकर्मा योजना का लाभ 18 पारंपरिक व्यवसायों से जुड़े लोगों को दिया जाता है। इनमें धोबी, दर्जी, सुनार, राजमिस्त्री, लोहार, नाव निर्माता, मूर्तिकार, मोची, बाल काटने वाले (नाई), खिलौना निर्माता, हथौड़ा और टूलकिट बनाने वाले जैसे कई अन्य कारीगर शामिल हैं।

क्या मिलेंगे फायदे?

 ट्रेनिंग के दौरान आर्थिक मदद: इस योजना में शामिल कारीगरों को उनके काम को बेहतर बनाने के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग के दौरान हर दिन ₹500 का भत्ता मिलेगा।

 टूलकिट के लिए सहायता: कारीगरों को उनके काम के लिए जरूरी औजार खरीदने के लिए ₹15,000 की आर्थिक मदद दी जाएगी।

 बिना गारंटी का लोन: कारीगरों को पहले चरण में ₹1 लाख तक का लोन दिया जाएगा, जिसे चुकाने के बाद ₹2 लाख तक का अतिरिक्त लोन मिल सकता है। यह लोन सस्ती ब्याज दर पर मिलेगा।

कैसे करें आवेदन?

इस योजना का लाभ लेने के लिए इच्छुक कारीगर ऑनलाइन या नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। सरकार की इस पहल का मकसद छोटे कारीगरों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना और उनके पारंपरिक हुनर को नई पहचान देना है।

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