Chardham Yatra 2025 Registration: क्या आप इस साल चार धाम यात्रा पर जाने की प्लानिंग कर रहे हैं? बता दें, उत्तराखंड की चार धाम यात्रा 2025 अप्रैल से शुरू होने वाली है। चार धाम यात्रा हिंदुओं के लिए सबसे पवित्र तीर्थ यात्राओं में से एक मानी जाती है। हर लाखों श्रद्धालु चार धाम की यात्रा करते हैं। उत्तराखंड की चार धाम यात्रा में यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ शामिल हैं। साल 2025 के लिए चार धाम की यात्रा के लिए जल्दी ही रजिस्ट्रेशन शुरू होने वाली है।
मार्च में होगी चारधाम यात्रा की रजिस्ट्रेशन
चारधाम यात्रा 2025 को शुरू करने से पहले श्रद्धालुओं को रजिस्ट्रेशन कराना होगा। यह रजिस्ट्रेशन 2 मार्च, 2025 से शुरू होगी। चार धाम यात्रा की रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से की जा सकती है। प्रशासन ने रजिस्ट्रेशन को आसान बनाने के लिए एक राज्य पर्यटन ऐप शुरू किया है। बता दें, रुद्राभिषेक जैसे विशेष अनुष्ठानों के लिए ऑनलाइन बुकिंग करना आवश्यक है।
यमुनोत्री धाम: पहला पड़ाव
चार धाम यात्रा 2025 की शुरुआत यमुनोत्री धाम से होगी। यह धाम उत्तरकाशी में स्थित है और देवी यमुना को समर्पित है। तीर्थयात्री यहां से अपनी यात्रा शुरू करेंगे और चार पवित्र धामों के दर्शन करेंगे।
गंगोत्री धाम: दूसरा पड़ाव
यमुनोत्री के बाद, अगला पड़ाव गंगोत्री धाम होगा। यह धाम गंगा नदी को समर्पित है और समुद्र तल से 3,048 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह मंदिर उन श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है, जो मोक्ष की प्रतीक पवित्र नदी का सम्मान करना चाहते हैं।
केदारनाथ धाम: तीसरा पड़ाव
केदारनाथ धाम भारत के 12 ज्योतिर्लिंग मंदिरों में से एक है। यह तीर्थयात्रा का तीसरा पड़ाव है, जो 3,584 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। मंदिर के चारों ओर लुभावने हिमालय के दृश्य हैं।
बद्रीनाथ धाम: अंतिम पड़ाव
बद्रीनाथ धाम यात्रा का अंतिम पड़ाव है, जो भगवान विष्णु को समर्पित है। मंदिर में बद्री नारायण की 3.3 मीटर ऊंची काले पत्थर की मूर्ति है। यह मंदिर वैदिक काल का है।
टोकन सिस्टम
सामान्य दर्शन टोकन प्रणाली के माध्यम से हो सकते हैं। विशेष अनुष्ठानों के लिए एडवांस बुकिंग की जरूरत होगी।
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