Delhi News : भारत के इतिहास में पहली बार राष्ट्रपति भवन में शहनाई बजने जा रही है। आज से पहले किसी ने राष्ट्रपति भवन में शादी होने के बारे में न सुना होगा ना ही देखा होगा। यह ऐतिहासिक अवसर आज 12 फरवरी को वेलेंटाइन डे वीक में होने जा रहा है। इस दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की सुरक्षा में तैनात पीएसओ पूनम गुप्ता और सीआरपीएफ अधिकारी अवनीश सिंह शादी के बंधन में बंधेंगे। यह शादी देशभर में चर्चा का विषय बन चुकी है। राष्ट्रपति भवन मेें पहली बार होने जा रही इस शादी को लेकर विशेष तरह की तैयारी की जा रही है।
कौन हैं होने वाली दुल्हन पूनम गुप्ता
पूनम गुप्ता राष्ट्रपति भवन में पर्सनल सिक्योरिटी आॅफिसर (पीएसओ) के पद पर कार्यरत हैं। वे सीआरपीएफ की सहायक महिला कमांडो हैं और मध्य प्रदेश के शिवपुरी की निवासी हैं। पूनम ने गणित और अंग्रेजी साहित्य में डिग्री ली है और ग्वालियर यूनिवर्सिटी से बी.एड भी किया है। उन्होंने यूपीएससी सीआरपीएफ परीक्षा में 81वीं रैंक हासिल की थी। राष्ट्रपति भवन में तैनाती से पहले पूनम बिहार के नक्सल प्रभावित इलाकों में सेवा दे चुकी हैं। 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर उन्होंने महिला टुकड़ी की अगुवाई भी की थी।
दूल्हा कौन हैं
पूनम गुप्ता के होने वाले पति अवनीश सिंह सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट हैं। दोनों का संबंध सीआरपीएफ से होने के कारण संभव हो पाया। यह शादी सुरक्षा बलों के लिए भी विशेष महत्व रखती है। राष्ट्रपति की सुरक्षा में तैनात अवनीश असिस्टेंट कमांडेंट होते हुए भी बहुत ही मिलनसार और बेहतरीन व्यक्तित्व के मालिक हैं। पूनम और अवनीश सिंह सीआरपीएफ से ही होने के कारण, और राष्ट्रपति की सुरक्षा से जुड़े होने के कारण ही एक दूसरे के सम्पर्क में आए और एक दूजे के बनने के लिए राजी हुए। इन दोनों की ही कर्तव्यनिष्ठा और कार्य के प्रति संजीदगी को देखते हुए राष्ट्रपति ने इन्हें वहां पर शादी करने की मंजूरी दी है।
शादी के लिए राष्ट्रपति भवन में अनुमति कैसे मिली?
पूनम गुप्ता ने अपनी शादी राष्ट्रपति भवन के मदर टेरेसा कॉम्प्लेक्स में करने की इच्छा जताई थी। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से विशेष अनुरोध किया था। राष्ट्रपति ने पूनम के कार्य, पेशेवरिता और कर्तव्यनिष्ठा को देखते हुए इस विशेष अनुरोध को स्वीकार कर लिया। यह अनुमति मिलना अपने आप में एक ऐतिहासिक घटना है। इस शादी के बाद इस ऐतिहासिक घटना को राष्ट्रपति भवन के इतिहास में दर्ज कर दिया जाएगा। यह शादी राष्ट्रपति भवन की पहली शादी के रूप में दर्ज की जाएगी।
क्यों है यह शादी ऐतिहासिक?
आजादी के बाद यह पहली बार है जब राष्ट्रपति भवन में किसी की शादी होगी। इस ऐतिहासिक अवसर को लेकर पूरा देश उत्साहित है। यह शादी न केवल पूनम और अवनीश के लिए बल्कि पूरे सीआरपीएफ बल और सुरक्षा कर्मियों के लिए गर्व का पल है। पूनम गुप्ता और अवनीश सिंह की शादी राष्ट्रपति भवन में होना इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाएगा। इस शादी को लेकर पूरे देश में उत्साह है और यह कई सुरक्षा बल कर्मियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी। पूनम की मेहनत, लगन और कर्तव्यनिष्ठा ने इस शादी को ऐतिहासिक बना दिया है। Delhi News
महिला टुकड़ी का नेतृत्व कर दिखाई अपनी काबिलियत
राष्ट्रपति भवन में अपनी तैनाती से पहले पूनम गुप्ता ने बिहार के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सेवा की है। उनकी सेवाओं को हमेशा सराहा गया है। 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर उन्होंने महिला टुकड़ी का नेतृत्व कर अपनी काबिलियत को साबित किया। राष्ट्रपति भवन में स्थित मदर टेरेसा कॉम्प्लेक्स एक खास जगह है, जहां यह ऐतिहासिक शादी संपन्न होगी। यह जगह आमतौर पर खास कार्यक्रमों के लिए ही इस्तेमाल की जाती है।
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