तेलंगाना से झारखंड लाये जा रहे विस्फोटक के एक बड़े खेप को बंगाल पुलिस ने जब्त किया है. इसके साथ ही यह सवाल भी बड़ा हो गया है कि क्या कही विस्फोट करने की योजना थी. अथवा कोलियरियों में उपयोग में लाये जाने वाले विस्फोटक के अवैध धंधेबाज इसमें शामिल है. संभावना दोनों की है, लेकिन असलियत तो जाँच के बाद ही सामने आएगी. रामपुरहाट में पुलिस को यह सफलता मिली है. यह विस्फोटक 320 बोरे में रखा गया था. विस्फोटक में अमोनियम नाइट्रेट बताया गया है. तीन लोगों की इस मामले में गिरफ्तारी हुई है. इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक झारखंड के देवघर ले जाने की बात गिरफ्तार लोगों ने पुलिस को बताई है. हालांकि पुलिस को इसमें संदेह है और वह जांच कर रही है. सोमवार की रात लगभग 10 बजे रामपुरहाट से तारापीठ जाने वाली सड़क पर एक ट्रक को रोक कर पुलिस ने तलाशी शुरू की.
अमोनियम नाइट्रेट से भरे 320 बोरे बरामद हुए है
उसके बाद पुलिस को अमोनियम नाइट्रेट से भरे 320 बोरे बरामद हुए. प्रत्येक बोरे का वजन लगभग 50 किलोग्राम है. विस्फोटक की कुल मात्रा 1600 किलोग्राम बताई गई है. प्रारंभिक जांच में पुलिस का मानना है कि यह विस्फोटक अगर कहीं एक जगह इस्तेमाल किया जाएगा, तो पूरा इलाका दहल जाएगा. पुलिस की जांच में विस्फोटक से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं मिले. साथ ही पकड़ाए लोगो के बयानों में कई तरह की बातें सामने आई. जिसके बाद उन्हें अरेस्ट कर लिया गया. उसके बाद एक और को गिरफ्तार किया गया. पुलिस को पता चला है कि यह विस्फोटक तेलंगाना से झारखंड के देवघर जिले में ले जाया जा रहा था. वैसे गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ अभी की जा रही है. पुलिस इस बात का पता लगा रही है कि इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक क्यों लेजा जा रहा था ?
विस्फोटक मंगाने वाला वाला व्यक्ति कौन है?
विस्फोटक मंगाने वाला वाला व्यक्ति कौन है? पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या यह कोई बड़ी साजिश का हिस्सा तो नहीं है? वैसे जहां-जहां कोलियारिया हैं, वहां विस्फोटक का इस्तेमाल होता है. लेकिन इसके लिए लाइसेंस धारी लोग होते है. कोयला कंपनियों भी विस्फोटक मंगाती हैं, लेकिन बिना उचित कागजात के विस्फोटक देवघर लाने के पीछे का मकसद क्या हो सकता है, या एक बड़ा सवाल है. कोल इंडिया देश में वाणिज्यिक विस्फोटकों का सबसे बड़ा उपभोक्ता है. बताया जाता है कि कोल इंडिया की तमाम अनुषंगी कंपनियों में उपयोग किए जाने वाले विस्फोटक केंद्रीय स्तर पर सूचीबद्ध है. और उनकी निविदा भी कोल इंडिया से ही जारी होती है. बावजूद कुछ कंपनियों को स्वतंत्र निविदा जारी करने की आजादी अपवाद स्वरूप दी भी गई है. लेकिन वह उन्हीं कंपनियों व उत्पादों के लिए निविदा जारी कर सकती हैं, जो कोल इंडिया में सूचीबद्ध है.
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