वनडे विश्वकप क्रिकेट का सबसे बड़ा टूर्नामेंट होता है, जहां टीमें अपनी पूरी ताकत के साथ मैदान में उतरती हैं। हर बल्लेबाज अपनी टीम के लिए हर मैच में खूब रन बनाना चाहते हैं, कमाल तब हो जाता है, जब मैच विश्वकप का हो। वनडे विश्वकप के इतिहास में सिर्फ चार बार टीमें 400 से ज्यादा रन बना पाई हैं। पहली बार विश्वकप में भारतीय टीम ने 2007 में 400 रन का आंकड़ा छुआ था। इससे पहले सन् 1996 में श्रीलंकाई टीम ने केन्या के खिलाप 398 रन बनाए थे। इस लेख में हम आपको उन चार मौकों के बारे में बता रहे हैं, जब टीमों ने 400 रन से ज्यादा बनाएः
ऑस्ट्रेलिया, 2015
साल 2015 के विश्वकप में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अफगानिस्तान के खिलाफ पर्थ में 6 विकेट खोकर 417 रन बनाए थे। विश्वकप क्रिकेट के इतिहास में ये सबसे बड़ा स्कोर भी है। इस मैच में डेविड वार्नर ने 178, स्टीव स्मिथ ने 95 और ग्लेन मैक्सवेल ने 88 रन बनाए थे।
भारत, 2007
पोर्ट ऑफ स्पेन, वेस्टइंडीज में हुए साल 2007 के विश्वकप मुकाबले में भारत ने कमजोर बरमुडा के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए 413 रन बनाए थे। वीरेंद्र सहवाग ने इस मैच में 114, गांगुली ने 89, युवराज ने 83 और सचिन ने तेजतर्रार 57 रन बनाए थे।
दक्षिण अफ्रीका, 2015
साल 2015 के विश्वकप में दक्षिण अफ्रीका ने आयरलैंड के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए 4 विकेट खोकर 411 रन बनाए थे। इस मैच में सलामी बल्लेबाज हाशिम अमला ने 159 और फाफ डू प्लेसिस ने 109 रन की धमाकेदार पारी खेली थी।
दक्षिण अफ्रीका, 2015
साल 2015 के विश्वकप में प्रोटियाज टीम ने दो बार 400 से ज्यादा रन बनाए थे। वेस्टइंडीज के खिलाफ दक्षिण अफ्रीकी टीम ने 5 विकेट खोकर 408 रन बनाए थे। इस मैच में एबी डिविलियर्स ने 66 गेंदों में धमाकेदार 162 रन की पारी खेली थी।
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