बीसीसीआई ने शुक्रवार, (7 मई 2021) को न्यूजीलैंड के खिलाफ आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल और इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम की घोषणा की. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल 18 जून 2021 से 22 जून 2021 के बीच साउथेम्प्टन में खेला जाएगा. आईपीएल के निलंबन के साथ, भारत और न्यूजीलैंड दोनों टेस्ट चैंपियनशिप जीतने के लिए जल्द ही अपनी तैयारी शुरू कर देंगे. आज इस लेख में हम बेहद खास मैच के लिए भारत की एक मजबूत प्लेइंग इलेवन जानेगे.
रोहित शर्मा
रोहित शर्मा अजिंक्य रहाणे के बाद 2019 की शुरुआत से टेस्ट में भारत में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं. 2019 से, रोहित ने टेस्ट में 17 पारियों से 1030 रन बनाए हैं और उन्होंने 64.49 के औसत से चार शतक और दो अर्धशतक लगाए हैं. दिलचस्प बात यह है कि उनके पास इस अवधि में भारत के लिए सबसे अधिक टेस्ट शतक भी हैं.
रोहित शर्मा को टेस्ट में स्विंग गेंदों से काफी परेशानी होती थी और यही कारण है कि उन्हें टेस्ट टीम में ज्यादा मौके नहीं मिले. हालांकि, उन्होंने स्विंग गेंदों का मुकाबला करने के लिए अपने पैरों की गति और तकनीक में काफी सुधार किया है. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी बल्लेबाजी और इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड के खिलाफ उनकी बदली हुई तकनीक साफ़ देखी गई थी.
शुबमन गिल
शुबमन गिल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी की खोज थे. उनकी बल्लेबाजी तकनीक ने कई पूर्व क्रिकेटरों से प्रशंसा प्राप्त की है. टेस्ट में मयंक अग्रवाल और केएल राहुल की खराब फॉर्म के कारण गिल टेस्ट चैंपियनशिप में बतौर ओपनर बड़े दावेदार बन गए हैं.
चेतेश्वर पुजारा
चेतेश्वर पुजारा टेस्ट में भारत के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं, इसलिए उन्हें टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए भारत के सबसे मजबूत प्लेइंग इलेवन से बाहर नहीं किया जा सकता है. इसके अलावा, भारत को पुजारा की सेवाओं की जरूरत है क्योंकि उसने 2014 के बाद इंग्लैंड की धरती पर काफी अधिक रन बनाए है. पिछले करीब 5 वर्षों में पुजारा की इंग्लैंड में कम से कम दो टेस्ट खेलने वाले खिलाड़ियों में दूसरे सबसे ज्यादा बल्लेबाजी औसत है. अगर भारत को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जीतनी है, तो पुजारा और विराट कोहली को स्कोर करना होगा.
विराट कोहली (कप्तान)
विराट कोहली 2014 में अपनी नाकामी के बाद इंग्लैंड की धरती पर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं. उन्होंने इस अवधि में सिर्फ पांच मैचों में 59.30 की औसत से 593 रन बनाए हैं. इतना ही नहीं, उन्होंने 2015 के बाद से इंग्लैंड में भारत के लिए सबसे अधिक शतक (2) और अर्धशतक (3) भी बनाए हैं. अगर भारत को कीवी टीम के खिलाफ जीत दर्ज करनी हैं तो कोहली को अपनी फॉर्म को बरक़रार रखना होगा.
अजिंक्य रहाणे
भारतीय उप-कप्तान विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में भारत के लिए एक और महत्वपूर्ण कारक होने वाले हैं. अपनी हालिया बल्लेबाजी विफलताओं के बावजूद, अजिंक्य रहाणे 2019 के बाद से टेस्ट में भारत के लिए सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं और 2015 के बाद से इंग्लैंड की पिचों पर चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. उनकी बल्लेबाजी के अलावा, उनका अनुभव भी भारत की रणनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता हैं.
ऋषभ पंत (विकेटकीपर)
ऋषभ पंत टेस्ट में भारत के सबसे नए हीरो के रूप में उभरे हैं. पंत वर्तमान में आईसीसी टेस्ट बल्लेबाजी रैंकिंग में छठे स्थान पर हैं. वह हाल के दिनों में टीम के लिए एक बड़ी संपत्ति साबित हुए हैं. इस खिलाड़ी की आक्रामक बल्लेबाजी विपक्षी गेंदबाजों का मनोबल तोड़ने में काफी कारगर साबित हुई हैं, इसके अलावा, पंत कोहली, राहुल और पुजारा के अलावा इंग्लैंड की धरती पर शतक बनाने वाले एकमात्र भारतीय खिलाड़ी हैं.
रवीन्द्र जडेजा
हम इन दिनों किसी भी प्रारूप में रवींद्र जडेजा जैसे खिलाड़ी को भारत के टीम से बाहर नहीं कर सकते. वह टेस्ट में मौजूदा आईसीसी ऑल-राउंडर रैंकिंग में तीसरे स्थान पर है, जडेजा जैसा पूरा पैकेज खेल के तीनों विभागों में भारत को मजबूत करता है. वह एक प्राथमिक बाएं हाथ के ऑर्थोडॉक्स स्पिनर के रूप में गेंदबाजी कर सकता है, और वह इस समय यकीनन दुनिया का सबसे अच्छा फील्डर भी है.
वाशिंगटन सुंदर
इंग्लैंड की पिचें तेज गेंदबाजों के अधिक अनुकूल हैं, इसलिए भारत अपने प्लेइंग इलेवन में दो ऑल-राउंड स्पिनिंग विकल्पों को शामिल करके अपनी बल्लेबाजी की गहराई बढ़ा सकता है. वाशिंगटन सुंदर, जडेजा के बाएं हाथ के विपरीत दाएं हाथ का ऑफ-ब्रेक विकल्प प्रदान करता है, वह टेस्ट में शीर्ष क्रम के बल्लेबाज की तरह बल्लेबाजी कर सकता है, अपनी अच्छी संतुलित बल्लेबाजी और गेंदबाजी के साथ वह टीम इंडिया के काफी काम आ सकता हैं.
जसप्रीत बुमराह
इंग्लैंड की पिचें पेसरों के लिए मददगार रहती हैं. जसप्रीत बुमराह के बिना भारत की प्लेइंग इलेवन अधूरी हैं. गति, उछाल और स्विंग के अलावा, बुमराह की सटीक लाइन लेंथ भी हमेशा बल्लेबाजों को परेशान करती हैं. बुमराह का अजीबोगरीब एक्शन भी बल्लेबाजों के लिए हमेशा परेशानी पैदा करता हैं. ये गेंदबाज कीवी टीम के खिलाफ सबसे अधिक विकेट लेने का दम रखता हैं.
ईशांत शर्मा
ईशांत शर्मा कपिल देव के साथ इंग्लैंड की धरती पर भारत के लिए संयुक्त रूप से सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं. उन्होंने इंग्लैंड की पिचों पर सिर्फ 12 मैचों में 43 विकेट लिए हैं. इसलिए, वह न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में भारत के लिए प्रमुख तेज गेंदबाज होंगे. इन पिचों पर उनका अनुभव भारत के काम आएगा और भारत के गेंदबाजी आक्रमण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
मोहम्मद सिराज
मोहम्मद सिराज इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐतिहासिक सीरीज जीत में भारत के सर्वश्रेष्ठ पेसरों में से एक के रूप में विकसित हुए हैं. वह लगातार 140 किमी प्रति घंटे की गति से दोनों दिशाओं में गेंद को स्विंग करा सकते है. ये गेंदबाज गति और उछाल के साथ-साथ लंबे स्पेल डाल सकता हैं. जिसके कारण टेस्ट चैंपियनशिप में ये खिलाड़ी टीम इंडिया के लिए काफी महत्वपूर्ण होगा.
आपको क्या लगता है कैसी होनी चाहिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए भारत की प्लेइंग XI? आप अपनी प्लेइंग XI कमेंट करके हमें बता सकते हैं सर्वश्रेष्ठ प्लेइंग XI को हम अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर करेंगे इसके अलावा एक आर्टिकल भी लिखेंगे फैन बेस जिसे आप यहां पढ़ सकते हैं।
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