मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स लंबे समय से इंडियन प्रीमियर लीग की दो सबसे सफल टीमें रही हैं. आईपीएल के 13 साल के इतिहास में इन दोनों टीमों ने आपस में 8 खिताब जीते हैं जो लीग में उनके दबदबे का प्रमाण है.
आज इस लेख में हम चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस के संन्यास ले चुके खिलाड़ियों की एक ऐसी प्लेइंग इलेवन बनाएंगे, जिसे हराया काफी कठिन हैं.
ओपनर- सचिन तेंदुलकर और ड्वेन स्मिथ
सचिन तेंदुलकर मुंबई इंडियंस के पहले कप्तान थे और 2008 में टूर्नामेंट के उद्घाटन संस्करण में उनके आइकन खिलाड़ी थे. मास्टर ब्लास्टर ने ज्यादातर मुंबई के लिए ओपनिंग बल्लेबाजी की और कुछ समय के लिए उन्होंने ड्वेन स्मिथ के साथ भी बल्लेबाजी की.
ड्वेन स्मिथ ने मुंबई और सीएसके दोनों के लिए आईपीएल खेला और दोनों फ्रेंचाइजी के लिए एक सफल रिकॉर्ड था. तेंदुलकर और स्मिथ अपनी अलग खेल शैली के कारण वास्तव में एक दूसरे के पूरक होंगे. जहां स्मिथ गेंद को हिट करने वाले खिलाड़ी थे, वहीं तेंदुलकर पारी को संवारने में भरोसा करते थे.
मध्यक्रम- ब्रेंडन मैकुलम, माइकल हसी, सुब्रमण्यम बद्रीनाथ
ब्रेंडन मैकुलम ने कभी भी विकेट नहीं की, जब वह सीएसके के लिए खेल रहे थे क्योंकि एमएस धोनी पहले से ही येल्लो आर्मी के लिए स्टंप के पीछे थे. मैकुलम सीएसके के लिए एक विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में खेले, लेकिन इस इलेवन में मैकुलम नंबर-3 पर होंगे और विकेटकीपर भी होंगे.
मैकुलम, जो वर्तमान में केकेआर के मुख्य कोच हैं, उन खिलाड़ियों में से एक थे जो गति और स्पिन दोनों के खिलाफ अच्छे थे और लाइन-अप में किसी भी स्थान पर बल्लेबाजी कर सकते थे. वह वर्टिकल और हॉरिजॉन्टल बैट शॉट खेल सकते थे.
माइकल हसी सीएसके के लिए सबसे सफल विदेशी बल्लेबाज थे, जो शीर्ष के साथ-साथ मध्य क्रम में भी खेल रहे थे. हसी ने आईपीएल के पहले संस्करण में सीएसके के लिए खेले गए पहले मैच में शतक बनाया था.
सुब्रमण्यम बद्रीनाथ सीएसके लाइन-अप में फ्लोटर थे और क्रमशः 2010 और 2011 में सीएसके की बैक टू बैक टाइटल जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. बद्रीनाथ अक्सर सीएसके के लिए बल्लेबाजी करते थे और जब भी उनकी टीम शुरुआती विकेट गंवाते थे तो टीम को परेशानी से उबारते थे.
ऑलराउंडर- एल्बी मॉर्केल और राजगोपाल सतीश
एल्बी मॉर्केल शायद एक समय में आईपीएल में सबसे विस्पोटक निचले क्रम के बल्लेबाज थे और सीएसके के काफी सफल रहे. वह गेंद के साथ भी उतने ही कुशल थे और सीएसके के कप्तान एमएस धोनी द्वारा अक्सर नई गेंद से उनका उपयोग किया जाता था.
राजगोपाल सतीश तमिलनाडु से थे, लेकिन मुंबई इंडियंस के लिए उनके पास बहुत ही सफल सीज़न रहे. सतीश निचलेक्रम के एक शक्तिशाली खिलाड़ी था और एक उपयोगी मध्यम तेज गेंदबाज था जो पारी के मध्य चरण में कुछ ओवरों के साथ चिप कर सकता था.
गेंदबाज- जहीर खान, प्रज्ञान ओझा, शादाब जकाती, आशीष नेहरा
ज़हीर खान और आशीष नेहरा ने अपने-अपने करियर के अंतिम चरणों में एमआई और सीएसके के तेज गेंदबाजी आक्रमण की अगुवाई की. चेन्नई के लिए नेहरा के प्रदर्शन ने वास्तव में उन्हें भारतीय T20I टीम में भी अपना स्थान फिर से हासिल करने में मदद की.
प्रज्ञान ओझा 2013 में मुंबई इंडियंस के खिताब जीतने वाली टीम का हिस्सा थे और फाइनल में कुछ महत्वपूर्ण ओवर फेंके. वही शादाब जकाती भी इस टीम का हिस्सा हैं. जिन्होंने आईपीएल 2010 के फाइनल में सीएसके के लिए इसी तरह की भूमिका निभाई थी जहां उन्होंने मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को आउट किया था.
ओझा और जकाती दोनों ही बाएं हाथ के स्पिनर थे, जो बेहद सटीक गेंदबाजी करते थे और बल्लेबाज को एक-एक रन बनाने के लिए तरसाते थे.
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