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Thursday, December 10, 2020

अमेरिका का दावा, हिन्दू और ईसाई लड़कियों को दासी बता करके चीन को बेचता है पाकिस्तान


वॉशिंगटन।
 पाकिस्तान की शरारत और शर्मनाक हरकतों से मानवता का सिर शर्म से झूक जाता है। पाकिस्तान में एक बार फिर उसके नापाक करतूतों को अमेरिका ने दुनिया के सामने ला दिया है। अल्पसंख्यक लड़कियों के साथ हमेषा बर्बरता को व्यवहार होता रहा है। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के साथ होने वाले अत्याचार को लेकर एक और खुलासा हुआ है। अमेरिका का दावा है कि पाकिस्तान हिंदू और ईसाई लड़कियों को चीन में दासी बताकर बेचता है। वहां उनकी जबरन शादी भी करवाई जाती है। अमेरिका में धार्मिक आजादी से जुड़े विभाग के अधिकारी सैमुअल ब्राउनबैक का कहना है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की स्थिति बदतर होती जा रही है। हिंदू और ईसाई लड़कियों को चीन ले जाकर बेचा जा रहा है। अमेरिकी राजनयिक सैमुअल ब्राउनबैक ने कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की हालत बेहद खराब है और इसमें चीन भी भागीदार है। पाकिस्तान के अत्याचारों में चीन सहयोगी हो जाता है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान अपने देश की हिंदू और ईसाई लड़कियों को चीन में दासी बताकर उनकी मार्केटिंग करता है। चीन के पुरुषों से उनकी जबरन शादी करवाई जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इन महिलाओं के पास कोई समर्थन नहीं है। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के साथ धार्मिक आधार पर भेदभाव बढ़ता जा रहा है।

अमेरिका ने हाल ही में 10 ऐसे देशों की सूची जारी की थी, जहां धार्मिक आजादी नहीं है। लोगों को धर्म के नाम पर परेषान किया जाता है। इस सूची में पाकिस्तान और चीन भी शामिल हैं। ब्राउनबैक ने कहा कि चीन द्वारा दशकों से लागू की गई ‘एक बच्चा नीति’ के कारण महिलाओं की संख्या बहुत कम है। इस वजह से चीनी पुरुषों के लिए दुल्हन या दासी के रूप में महिलाओं का आयात एक बड़ी प्राथमिकता बनी हुई है और पाकिस्तान इसी का फायदा देश की हिंदू व ईसाई महिलाओं को यहां बेचकर उठा रहा है। कोई इन लड़कियों की मदद नहीं कर रहा है। जिसकी वजह से लड़कियां का अवैध व्यापार तेजी से बढ़ता जा रहा है।

अमेरिकी राजनयिक ने भारत की तारीफ करते हुए कहा कि पाकिस्तान में धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन सरकार द्वारा कराया जाता है जबकि भारत में ऐसा नहीं होता है। दुनिया में ईश निंदा के जितने मामले सामने आते हैं, उनमें से आधे से ज्यादा पाकिस्तान के होते हैं। ईश निंदा के नाम पर अल्पसंख्यकों को सताया जाता है। बता दें कि दिसंबर, 2019 में यह बात सामने आई थी कि 629 पाकिस्तानी लड़कियों और महिलाओं को चीन में बेचा गया था और वहां उनकी जबरन शादी करवाई गई थी। पाकिस्तान के इस कारनामे पर रोक लगाने के लिए वैश्विक दबाव बनाने की जरूरत है।

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