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Tuesday, December 8, 2020

धर्म छिपाकर मुस्लिम युवक ने विधवा महिला को अपने इश्क के जाल में फंसाया, फिर किया दुष्कर्म और फिर जो हुआ वो हैरान करने वाला


लखनऊ।
 उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने भले ही धर्म परिवर्तन के खिलाफ कानून ले आई हो, बावजूद इसके ऐसे मामलों के आने का सिलसिला जारी है। ऐसा ही मामला राजधानी लखनऊ के मड़ियांव से सामने आया है। यहां एक महिला ने वजीरगंज निवासी सैजी अब्बास और उसके परिवार के छह सदस्यों के खिलाफ बंधक बनाकर दुष्कर्म करने, मारपीट, प्रताड़ना, शोषण और गर्भपात कराने का आरोप लगाया है। आरोप लगाने वाली पीड़िता का कहना है कि उसके पति की मौत के बाद अर्जुन बनकर सैजी अब्बास ने उससे नजदीकियां बढ़ा लीं। इसके बाद उसने उसे अपने दोस्त के घर ले जाकर उसको बंधक बनाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। इतना ही नहीं बाद में वह मौलवी और परिवार की बुर्कानशीं महिलाओं को लेकर उसके घर आया और जबरन निकाह पढ़वा लिया। इसके बाद वह लगातार छह वर्षों तक वह उसका शरीरिक शोषण करता रहा और बाद में उससे छिपाकर दूसरा निकाह भी कर लिया। पीड़िता के शिकायत पर सैजी अब्बास के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

गौरतलब है कि पीड़िता मूलरूप से सीतापुर की रहने वाली है। कुछ वर्ष पहले उसके पति की मौत हो चुकी है। वह यहां किराए के मकान में अपने आठ साल के बेटे के साथ रहती है और दूसरों के घरों में काम करके अपना और अपने बच्चे का भरण—पोषण करती है। वर्ष 2014 में वजीरगंज के गोलागंज के हैदर मिर्जा रोड निवासी सैजी अब्बास ने फोन करके उससे संपर्क किया। इस दौरान सैजी ने पहले अपना नाम अर्जुन और फिर मनोज बताया था। वह अक्सर उसका पीछा करता रहता था और मिलने का बहाना ढूंढता था। एक दिन वह घुमाने के बहाने उसे बुद्धेश्वर के पास रहने वाले अपने दोस्त के घर ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया। इसपर पीड़िता रोने लगी तो उसने उसकी मांग में सिंदूर भरकर हमेशा साथ रहने का वादा किया।

इसके बाद सैजी का उसके घर आना—जाना बढ़ गया। पीड़िता लगातार सैजी से शादी करने की बात कहती रही, लेकिन वह लगातार उसकी बात को टालता रहा। लगभग आठ महीने बाद सैजी अपने साथ मौलवी और परिवार की कुछ बुर्कानशीं महिलाओं को लेकर उसके घर आया तब जाकर उसका राज खुला। इस पर पीड़िता ने निकाह के लिए मना कर दिया। लेकिन उसके परिवार की महिलाओं ने उस पर बदनामी कराने का डर दिखाया। इसी डर का फायदा उठाकर उसने जबरन उसका निकाह पढ़वा लिया। लेकिन उसने इस निकाहनामे में दस्तखत नहीं किए। निकाह हो जाने के बाद दोनों पति—पत्नी की तरह रहने लगे। पीड़िता का कहना है इस दौरान वह दो बार गर्भवती हुई और सैजी ने दोनों बार उसका गर्भपात करा दिया।

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